HINDI AUDIO BOOKS CHANNELS ON YOUTUBE

Role of School Librarian in Modern Trends

PLEASURE OF READING - AN ARTICLE BY A K GUPTA

QUALITIES OF AN IDEAL TEACHER - AN ARTICLE BY A K GUPTA

आप स्वयं को किस तरह से बहुमुखी प्रतिभा का धनी बना सकते हैं ? - एक लेख

आत्म विश्वास कैसे बढ़ायें ?

बेटियों पर स्लोगन्स

स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय संगठन का योगदान

समय प्रबंधन _ सफलता की प्रथम सीढ़ी

KVS Hindi Slogans created by A K Gupta

केंद्रीय विद्यालय संगठन पर कविता

VIKASPEDIA

PERSONALITY DEVELOPMENT CORNER

STUDENTS PROJECTS WEBSITE

EDUCATIONAL WEBSITES FOR EDUCATORS

ENGLISH AUDIO BOOKS CHANNELS ON YOUTUBE

HINDI AUDIO BOOKS CHANNELS ON YOUTUBE

KVS LIBRARIAN'S DIARY

24 WAYS TO MAKE YOURSELF HAPPY - AN ARTICLE BY A K GUPTA

STUDY TIPS BY A K GUPTA

FEATURES OF AN IDEAL STUDENT - AN ARTICLE BY A K GUPTA

PLEASURE OF READING NEWSPAPERS - AN ARTICLE

स्वयं पर संयम कैसे प्राप्त करें - एक लेख ( अनिल कुमार गुप्ता )

सफलता के मूल मंत्र

आध्यात्म - वर्तमान शिक्षा प्रणाली की मूलभूत आवश्यकता

आधुनिक शिक्षा का लक्ष्य

KVS English Slogans created by A K Gupta

STUDY POINT FOR CURRENT AFFAIRS

APPS FOR STUDENTS AND EDUCATORS

ROLE OF SCHOOL LIBRARIAN IN MODERN TRENDS OF EDUCATION - AN ARTICLE BY A K GUPTA

75 Reasons for reading a book - An article

APPS FOR CLASSROOM MANAGEMENT

QUALITY TEACHER EDUCATION - AN ARTICLE BY A K GUPTA

READING WORLD

Sunday, November 14, 2021

14 नवंबर : विश्व में कब कहां मनाया जाता है बाल दिवस, जानें रोचक बातें

 14 नवंबर : विश्व में कब कहां मनाया जाता है बाल दिवस, जानें रोचक बातें



Children's Day : भारत में 1964 से पहले तक बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन अर्थात 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया. कई देशों में एक जून को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. कुछ देश संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के अनुरूप 20 नवंबर को बाल दिवस मनाते हैं. आइए जानते हैं ऐसी ही रोचक जानकारी.

Children's Day: 14 नवंबर की तारीख इतिहास में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. इस दिन को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. 14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में जन्में जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से खासा लगाव था और बच्चे उन्हें ‘‘चाचा नेहरू’’ कहकर पुकारते थे. भारत में 1964 से पहले तक बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन अर्थात 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया.


कई देशों में एक जून को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. कुछ देश संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के अनुरूप 20 नवंबर को बाल दिवस मनाते हैं. आइए जानते हैं ऐसी ही रोचक जानकारी.


  • भारत में पहली बार बाल दिवस साल 1956 में मनाया गया था.
  • 1964 में पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के पहले तक 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था.
  • इसके बाद संसद में प्रस्ताव लाकर 20 नवंबर की जगह 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाने लगा.
  • ब्रिटेन एक ऐसा देश है, जहां बाल दिवस नहीं मनाया जाता है.
  • अभी भी दुनिया के लगभग 50 देश ऐसे हैं, जो एक जून को बाल दिवस मनाते हैं.
  • ज्यादातर देश ऐसे हैं, जो अब भी हर साल 20 नवंबर को ही बाल दिवस मनाते हैं.
  • 14 नवंबर के दिन स्कूलों में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है.
  • 14 नवंबर के दिन भारत में कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है.

Source :-


Image Source :-

https://www.ndtv.com/education/childrens-day-2021-jawaharlal-nehru-birth-anniversary-november-14-history-significance-celebrations

Children’s Day 2021: History And Significance




 Children’s Day 2021: Children’s Day or Bal Diwas is celebrated across the country on November 14. The day marks the birth anniversary of Pandit Jawaharlal Nehru, the first prime minister of India. Fondly called Chacha Nehru by children, he advocated for an all-rounded education of children that would build a better society in the future. Jawaharlal Nehru considered children the real strength of a nation and foundation of society.

Prior to Pandit Nehru’s death, India celebrated Children’s Day on November 20 -- the day observed as World Children’s Day by the United Nations. After the death of the first prime minister, his birth anniversary was chosen as the date for Children's Day in India.

                Children’s Day 2021: History And Significance

After the death of Jawaharlal Nehru in 1964, a resolution was passed in the Indian Parliament to mark his birth anniversary as Children’s Day.

Apart from tribute to Pandit Nehru, Children’s Day also aims to increase awareness of the rights, care and education of children. In Jawaharlal Nehru’s words, “The children of today will make the India of tomorrow. The way we bring them up will determine the future of the country.”

Schools hold sports events, quiz competitions and other activities to celebrate Children’s Day. Children are presented with toys, sweets and gifts to make the day special for them.


Source :-

https://www.ndtv.com/education/childrens-day-2021-jawaharlal-nehru-birth-anniversary-november-14-history-significance-celebrations