सर -सर करके उड़ते पंछी
गा -गा करके गरजता गगन
ड -ड करके डोलती धरती
वन की सुंदरता में बोलती धरती !
सर -सर कर के बहती नदी
जल से फलता मीठा अन्न
अन्न से बनते लड्डू (और जलेबियों की क्या बात)
जलेबी के है,प्रेमी हजार
प्रेमियों की बस एक ही चाह
उन्हें चाहिए रस और मिठास !
धन्यवाद!
-नवीन कुमार
No comments:
Post a Comment